पसीनों से लथपथ
एक गर्मी ग्रस्त, अवशेष हूँ....!
बिजली की निकम्मियत का,
जर्जर संदेश हूँ....!
हाँ......
मैं उत्तर प्रदेश हूँ......!!!
😪😪😩😫
अब तो हद हो गयी..... बिजली भी दवाई हो गई है----
--2 घंटा सुबह नाश्ते से पहले---
---2 घंटा दोपहर खाने के बाद---
----2 घंटा रात सोने से पहले------
उत्तर प्रदेश सरकार
तेरी चाहत में हम, दर-बदर हो गये !
सारी दुनियाँ से भी , बेखबर हो गए !!
सज सँवर तुम सनम सैफई हो गयीं !
हम उजड़ कर, मुजफ्फर नगर हो गए..
.
जब बुद्धि अखिलेश हो जाती है
तो
.
जिन्दगी उत्तर प्रदेश हो जाती है 😆😆😆
पाकिस्तान ,इराक, गाजा और सीरिया,
जैसा अहसास
लीजिये अपने ही देश में.....
------------------कुछ दिन
तो गुजारिये "उत्तर प्रदेश"
में----------------------
※※※ U.P. Tourism ※※※
No comments:
Post a Comment