Saturday, 25 June 2016

latest nonveg adult shayari in hindi 2016

दिल टूटने कि वजह नहीं मिलती;

माल तो बहुत फस जाते हैं, मेरे दोस्त;

बस उन्हे ठोकने कि जगह नहीं मिलती!

💞💫💞💫💞💫💞💫💞

उनकी गली से गुज़रे, तो चौबारा नज़र आया;

उनकी गली से गुज़रे, तो चौबारा नज़र आया;

उसकी माँ बाहर आ कर बोली:

गांड फाड़ दूंगी भोसड़ी के, जो दोबारा नज़र आया!

💞💫💞💫💞💫💞💫💞

निप्पल से टपक रहा है पसीना;

निप्पल से टपक रहा है पसीना;

भीगी हुई गांड और लथपथ सीना;

अब तुम्ही बताओ ग़ालिब;

इतनी गर्मी में कोई कैसे ठोके हसीना!

💞💫💞💫💞💫💞💫💞

दिलबर के हमने प्यार से जो बूब दबा दिए;

ज़ारा गौर फरमाइये!

दिलबर के हमने प्यार से जो बूब दबा दिए;

भैन कि लौड़ी ने लात मार के हमारे गोटॆ सुजा दिए!

💞💫💞💫💞💫💞💫💞

लंड कि आवाज़ को दमदार कहते हैं;

फटी चूत को बेकार कहते हैं;

सिर्फ छोड़ने का नाम मोहब्बत नहीं होता;

किसी कि यादों में मुट्ठ मारने को भी प्यार कहते हैं!

No comments:

Post a Comment