वे जीवन में किसी पे भी विश्वास नहीं कर सकते
-- चाणक्य के छोटे दमाद


अगर घी सीधी उंगली से ना निकले तो...
घी को गरम कर ले।
हर बात में उंगली करना
अच्छी बात नहीं...
- चाणक्य का रसोइया


आपकी अमीरी इस बात से नही दिखती की आपके पास कौन सी कार है, बल्की इस बात से दिखती है का आप उसमें कितने का पेट्रोल भरवाते है
- चाणक्य की बुआ का ड्राईवर


मैनें कभी ईंट का जवाब पत्थर से नहीं दिया
मैनें बस वही ईंट वापस दे मारी
पत्थर ढूंढने में कौन टाईम वेस्ट करे भला
--चाणक्य की कॉलोनी का एक आदमी

















मुँह से निकली बात, कमान से निकला तीर
और
-.-
-.-
मोहब्बत में कराये गये Recharge के पैसे,
कभी वापस लौट कर नहीं आते
चाणक्य के कालोनी का एक दुकानदा ......



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