Friday, 24 June 2016

latest nonveg adult shayari collection 2016

ज़ारा गौर फरमाइये!

दिलबर के हमने प्यार से जो बूब दबा दिए;

भैन कि लौड़ी ने लात मार के हमारे गोटॆ सुजा दिए!

😝😝😝😝😝😝

लंड कि आवाज़ को दमदार कहते हैं;

फटी चूत को बेकार कहते हैं;

सिर्फ छोड़ने का नाम मोहब्बत नहीं होता;

किसी कि यादों में मुट्ठ मारने को भी प्यार कहते हैं!

😝😝😝😝😝😝

उनकी आँखों में आंसू और चेहरे पर हसी है;

वाह वाह! वाह वाह!

उनकी आँखों में आंसू और चेहरे पर हसी है;

ऐसा लगता है कि उनकी लुल्ली ज़िप में फसी है!

😝😝😝😝😝😝

चाँद देखकर सितारे बने;

आसमान देखकर बादल बने;

नदी देखकर किनारे बने;

आपके कारनामे देखकर निरोध के कारखाने बने!

😝😝😝😝😝😝

आज उसका दिल फिर दुखा दिया हमने;

अपने प्यार का क़र्ज़ चूका दिया हमने;

देकर लालच उससे कुल्फी का;

अँधेरे में अपना उस्ताद चूसा दिया हमने!

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