छोरीयां_की_बिरान_माटी पार्ट - 4"
तीसरा चौथा सैमस्टर आते-२ भाई गांमा आली छोरी भी कती माडर्न हो लें सैं ।
इब ताई टिक्की इनका नेश्नल फूड बण ज्या सै
अर चाईना बाजार फस्ट च्वाइस माल।
कालेज जाती हाण इनका सांग देखो
१ स्कूटी पै ३-३ लद लेवै गी
अर मुह कै मार लें गी चुन्नी का ढाठा
जणु गब्बर सिहं डाका मारण आलिया।
इब भाई रपये उडावण नै इन नै चाह्वै एक बायफर्ेंड
अर भाई माँ की सूं सोवां महां तै इसा छोरा पकडै गी
कती जीजी बरगा भाई ।
जो आंगलीया के नू बढा रहया होवै
मुह कै हाथ लगा कै हसता हो
गले म २-४ मनीयां की माला पहर रहया होवै
अर एक भूंडा सा कार्बन का फोन ले रह्या हो ।
फेर उस छोरे गेल जावै गी पालीका मैं
परपल रंग की पैंट अर ग्रे टाप पहर कै
इसी लागै गी जणु बदरपुर आली मैटर्ो होवै।
अर सारी मार्केट म उसके हाथ कै इसी लटकी रहवैं गी
के कदे बिल देण के टेम पै भाज ना जावै । haha .
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